तिश्नगी

तिश्नगी प्रीत है, रीत है, गीत है
तिश्नगी प्यास है, हार है, जीत है

Saturday, 1 March 2014

ग़ज़ल - जारी है !

बादलों में भी जंग जारी है
क्या ख़बर कितनी बेकरारी है |

फिर सितारों पे तेरा नाम लिखा
फिर अकेले में शब गुजारी है |

उम्र कैसे कटेगी तेरे बगैर
उम्रभर सोचकर गुजारी है |

क़त्ल की पूछते हैं परिभाषा
ज़िन्दगी ज़िन्दगी से हारी है |


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