तिश्नगी

तिश्नगी प्रीत है, रीत है, गीत है
तिश्नगी प्यास है, हार है, जीत है

Friday 29 July 2016

एक समन्दर तन्हा-तन्हा

एक समन्दर तन्हा-तन्हा
बाहर-भीतर तन्हा-तन्हा

आगन्तुक का शोर-शराबा
फिर भी दिनभर तन्हा-तन्हा

नीचे लहरों की ख़ामोशी
ऊपर अम्बर तन्हा-तन्हा

साहिल की धरती का मंज़र
पत्थर-पत्थर तन्हा-तन्हा

ख़्वाब सफ़ीना डूब गया तो
रोया सागर तन्हा-तन्हा

तू भी तन्हा यार समन्दर
मेरा भी घर तन्हा-तन्हा ||

- आशीष नैथानी !!