तिश्नगी

तिश्नगी प्रीत है, रीत है, गीत है
तिश्नगी प्यास है, हार है, जीत है

Sunday 3 February 2013

दस्तख़त

दिल के कोरे काग़ज पर ये तुमने कैसे बोल लिखे
मीठी आँखों से दो आख़र प्रीत के जब अनमोल लिखे,
ख़त के नीचे किये दस्तख़त उलझी लट को सुलझाकर
और मधुप बन मधु के मोती मीठे और बेमोल लिखे ।
 

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