वो कहते हैं कि
हमें उनसे प्यार था
उनका ज़वाब इनकार था,
इसीलिये क़त्ल कर आये ।
मैं बोला,
दोस्त, तुम लाज़वाब हो
दुनिया का अजूबा हो
अन्धा आफ़ताब हो ।
तुम मुहब्बत का क़त्ल कर आये
तुम आशिक नहीं,
आशिक से बढ़कर हो ।
सच कहूँ, तुम जानवर हो
जंगली जानवर ।
[ काव्य-संग्रह - "तिश्नगी" से ]
हमें उनसे प्यार था
उनका ज़वाब इनकार था,
इसीलिये क़त्ल कर आये ।
मैं बोला,
दोस्त, तुम लाज़वाब हो
दुनिया का अजूबा हो
अन्धा आफ़ताब हो ।
तुम मुहब्बत का क़त्ल कर आये
तुम आशिक नहीं,
आशिक से बढ़कर हो ।
सच कहूँ, तुम जानवर हो
जंगली जानवर ।
[ काव्य-संग्रह - "तिश्नगी" से ]
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