"इश्क में खतों का अपना जमाना होता था,
उन्हें मीलों दूर हमसे मिलने आना होता था |
जाने क्यों मेरी निगाह घूमकर उस ओर जाती है,
जिस ओर से डाकिये का अक्सर आना जाना होता था" ||
-------------------------------"आशीष नैथानी / हैदराबाद" ------------------------------
उन्हें मीलों दूर हमसे मिलने आना होता था |
जाने क्यों मेरी निगाह घूमकर उस ओर जाती है,
जिस ओर से डाकिये का अक्सर आना जाना होता था" ||
-------------------------------"आशीष नैथानी / हैदराबाद" ------------------------------
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