चलो मैं सारी बातें भूल जाता हूँ
प्यार से तपी दोपहर,
इश्क से सजी रातें भूल जाता हूँ |
चलो मैं सारी बातें भूल जाता हूँ ||
तेरा हाथों में हाथ हो,
या बेबाक बात हो,
इश्क, मुश्क, जज्बात हो,
झमाझम बर्षातें भूल जाता हूँ |
चलो मैं सारी बातें भूल जाता हूँ ||
तेरी आदत या इबादत,
तेरे तोहफे या तिजारत,
प्यार के ख़त चुपके-चुपके,
रिश्ते-नाते भूल जाता हूँ |
चलो मैं सारी बातें भूल जाता हूँ ||
बस इतना तो कह दे,
कि जो था कोई ख्वाब न था |
तुम्हे भी था इश्क हमसे,
फिर मैं सारी मुलाकातें भूल जाता हूँ |
चलो मैं सारी बातें भूल जाता हूँ ||
प्यार से तपी दोपहर,
इश्क से सजी रातें भूल जाता हूँ |
चलो मैं सारी बातें भूल जाता हूँ ||
तेरा हाथों में हाथ हो,
या बेबाक बात हो,
इश्क, मुश्क, जज्बात हो,
झमाझम बर्षातें भूल जाता हूँ |
चलो मैं सारी बातें भूल जाता हूँ ||
तेरी आदत या इबादत,
तेरे तोहफे या तिजारत,
प्यार के ख़त चुपके-चुपके,
रिश्ते-नाते भूल जाता हूँ |
चलो मैं सारी बातें भूल जाता हूँ ||
बस इतना तो कह दे,
कि जो था कोई ख्वाब न था |
तुम्हे भी था इश्क हमसे,
फिर मैं सारी मुलाकातें भूल जाता हूँ |
चलो मैं सारी बातें भूल जाता हूँ ||
No comments:
Post a Comment